लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान पीएम मोदी ने एक बार फिर किसान आंदोलन की चर्चा की। इस बात उन्होंने किसान आंदोलन में तथाकथित किसानों के घुसपैठ को लेकर अपनी बार रखी। उन्होंने कहा, देश को आंदोनकारियों और आंदोलनजीवियों मे फर्क को समझना होगा। उन्होने कहा किसान आंदोलन पवित्र है लेकिन आंदोलनजीवी इसे अपवित्र कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, किसान आंदोलन के दौरान दंगाइयों की तस्वीरें कैसे सामने आईं, टोल प्लाजा और टेलीकॉम टावरों को तोड़ना क्या आंदोलनाकरियों का काम है? नहीं, ये आंदोलनजीवी ही कर सकते हैं। उन्होंने कहा अब देश को आंदोलकारी और आंदोलनजीवियों में फर्क किया जाए, तोड़फोड़ और हिंसा से आंदोलन अपवित्र होता है।
चर्चा को दौरान पीएम मोदी ने कटाक्ष करते हुए कहा, आंदोलनजीवी बहुत अच्छा बोलते हैं, लेकिन कभी अच्छा करते नहीं। ये जेंडक इक्विलिटी की बात करते हैं लेकिन तीन तलाक कानून का विरोध करते हैं। तमिलनाडु भुक्तभोगी है। वो जो कहते हैं वो करते नहीं और हम अच्छा करने की कोशिश कर रहे हैं आंदोलनजीवी विरोध करते हैं।
किसान के पवित्र आंदोलन को बदनाम करने का काम आंदोलनकारियों ने नहीं, आंदोलनजीवियों ने किया है। इसलिए देश को आंदोलनकारियों और आंदोलनजीवियों के बीच फर्क करना बहुत जरूरी है। pic.twitter.com/Kp13W8nxnr
— Narendra Modi (@narendramodi) February 10, 2021